महाराष्ट्र में चल रही सियासी खींचतान के बीच भारतीय जनता पार्टी ने ऑपरेशन कमल शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि एनसीपी नेता अजित पवार के समर्थन से बीजेपी ने महाराष्ट्र में सरकार बना ली है और देवेंद्र फडणवीस को एक बार फिर मुख्यमंत्री बना दिया गया है। इस पर शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी ने विरोध जताना शुरू कर दिया है।
इन राजनीतिक दलों का कहना है कि फडणवीस के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है, उसके बावजूद राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया।
इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने महाराष्ट्र सरकार पर नि’शाना सा’धा है। सोशल मीडिया साइट पर एक ट्वीट के जरिये प्रियंका गांधी ने कहा है कि टीवी दिखा रहा है कि भाजपा महाराष्ट्र में संस्थाओं, सं’वि’धान को ठें’गा दिखाते हुए कर्नाटक का खेल फिर से दो’हरा’ना चाह रही है।
महाराष्ट्र में 12000 किसानों ने आ’त्मह’त्या कर ली लेकिन उनके लिए भाजपा सरकार की जेब से मदद नहीं निकली। क्या हम जनादेश के खुले अप’ह’रण के दौर में पहुंच चुके हैं? इससे पहले प्रियंका गांधी ने केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार पर ह’म’ला करते हुए कहा था कि सिर्फ चुनावी बांड का मुद्दा उठाया गया। उन्होंने यह सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान बांड बेचने की इजाजत दी थी।
इस मामले में प्रियंका गाँधी ने सोशल मीडिया पर सिलसिलेवार ट्वीट्स किए हैं। उन्होंने कहा है की ‘चुनावी बांड के जरिये दान के मामले में एक रिपोर्ट से चार खु’लासे हुए हैं। कल, भाजपा सरकार के मंत्री ने प्रेस के सामने एक मु’ड़ा-तु’ड़ा कागज पढ़ा था! लेकिन इन सवालों के जवाब कहां हैं?’
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में नई सरकार का मामला आपस सुप्रीम कोर्ट में जा पहुंचा है। शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी ने सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण के खिलाफ याचिका दाखिल की है। जिसमें यह मांग की गई है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के उस आदेश को रद्द किया जाए। जिसमें उन्होंने सूबे में सरकार बनाने के लिए देवेंद्र फडणवीस को आमंत्रित किया था।