प्यार अँधा होता है
ये किसी आशिक ने बहुत खूब कहा है| जब किसी इंसान को किसी से प्यार होता है तो वह उसका रंग-रूप, सामजिक और आर्थिक स्थिति जैसी बन्धनों से उपर उठकर बस इंसान को अपना बनाना चाहता है| फिर चाहे समाज कुछ भी कहे लोग कुछ कहे| जब दो प्यार करने वाले एक दुसरे को सच में चाह लेते हैं तो उन्हें एक दुसरे से कोई अलग नहीं कर सकता| और अगर प्यार सच्चा है तो यह सभी बेड़ियों को तोड़कर बाहर आ ही जाता है|